Essay on Black Money in Hindi काले धन पर निबंध
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Essay on Black Money in Hindi 500 Words
अवैध तरीके से अर्जित किया गया धन को काला धन कहा जाता है। वर्तमान सभ्य समाज में पैसा का लेनदेन एक माध्यम है। धन को दो भागों में बांटा गया है :- सफेद धन और काला धन।
सफेद धन : सफेद धन पूरी तरह कानूनी है और इस धन का कर (टैक्स) सरकार को देने के लिए खुला है। सही तरीके से अर्जित किये गए धन को बिना सरकार से डरे अपने उपयोग के लिए इस्तमाल किया जा सकता है।
काला धन : काला धन अवैध तरीके से अर्जित किया गया धन है और इस धन का कर (टैक्स) सरकार को देने के लिए उजागर नहीं है। यह लेनदेन आम तौर पर नकदी के रूप में किया जाता है और इस धन पर कर (टैक्स) नहीं लगाया जाता है क्यूंकि इस धन को लोग सरकार से छुपा कर रखते हैं। काला धन भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी, आतंकवादी गतिविधि जैसे भारतीय समाज में बहुत सी समस्याएं पैदा करता है। यह अंचल संपत्ति घर, दुकानों, प्लॉट, सोना, रजत, हीरा, गैहने, कारों या मोटर साइकिल की तरह अन्य संपत्ति के रूप में हो सकता है, इसीलिए इसे कला धन कहते है।
काला धन सरकार के नियंत्रण से परे है। काले धन ने पहले ही हमारे देश में एक गंभीर समस्या पैदा कर दी है। इस काला धन के विकास को रोकने और निगरानी के लिए सरकार को आवश्यक कदम उठाना चाहिए ताकि बढ़ते काले धन को रोका जा सके ताकि देश का विकास हो। एक रिपोर्ट के अनुसार भारतीय द्वारा विदेशी बैंकों में जमा काले धन की कुल राशि (यूएस) Us $100.06 ट्रिलियन है। कुछ रिपोर्टों का दावा है कि यह काला धन स्विट्जरलैंड में अवैध रूप से भारत का रूपया जमा है। अगर यह रूपया भारत वापस आ जाता है तो यह देश के विकास के काम आ सकता है।
भारत के कई बड़े व्यापारिक पुरुष, मंत्री और मशहूर हस्तियां विदेशी बैंकों में अपने पैसे जमा करने के लिए जाने जाते हैं लेकिन विदेश में पैसा जमा होने और पुख्ता दस्तावेज न होने के कारण सरकार उनके खिलाफ ठोस कदम उठा नहीं पाती। इस बढ़ते काले धन की जांच के लिए सरकार को आवश्यक कदम उठाना चाहिए जो की सरकार का एक अनिवार्य कर्त्तव्य है। काला धन किसी भी देश के विकास में बढ़ा उत्पन करता है।
काला धन को रोकने के लिए भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने 500 रुपये और 1000 रुपये के नोट को बंद किया था। नोटबंदी 8 नवम्बर 2016 से 30 दिसम्बर 2016 तक किया गया था। यह नरेंद्र मोदी जी दवारा सुधार और काले धन को रोकने के लिए भारत का सबसे महत्वपूर्ण निर्णय में से एक था। इस निर्णय को भारत में नोटबंदी के तौर पर देखा जाता है। इस तरह के कदम पूरे देश के हित में आवश्यक हैं।
काला धन एक अभिशाप है और यह सार्वजनिक जीवन से बंद होना चाहिए। सरकार को तस्करों, कर (टेक्स) चोरी करने वालों, काले बाजारों और जमाखोरी करने वालों के साथ सख्ती से पेश आना चाहिए। इन सभी अवैध तरीके से अर्जित धन को रोकने के लिए सरकार को सख्त से सख्त कानून बनाना चाहिए जो की सरकार का पहला कर्तव्य है। ताकि देश आर्थिक रूप से मजबूत हो और देश के विकास में बाधा उत्पन्न न हो।
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