Information Technology in Hindi Essay इनफॉर्मेशन टेक्नॉलॉजी पर निबंध
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Information Technology in Hindi Essay
आज का युग कम्प्यूटर आधारित सूचना प्रौद्योगिकी का है। सूचना और संदेश के क्षेत्र में एक विस्फोट की स्थिति है जिससे हमारे ज्ञान क्षितिज का असाधारण रूप से विस्तार हुआ है। सूचना ही ज्ञान का दूसरा नाम है। जीवन और जगत के विभिन्न रहस्यों को ये नई-नई सूचनाएं हमारे सामने उद्घाटित कर रही हैं। ज्ञान ही हमारी सच्ची शक्ति और सार्मथ्य है। इस प्रकार इनफोटैक या सूचना प्रौद्योगिकी के इस विलक्षण विकास ने मानव के सशक्तिकरण में असाधारण रूप में सहायता की है।
भारत में कम्प्यूटरों व सूचना प्रौद्योगिकी का प्रयोग लगभग तीन दशक पहले शुरू हुआ। तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने इस में विशेष रूचि ली और इसके प्रचार-प्रसार में बहुत सहयोग व सहायता दी। तब से लेकर अब तक कम्प्यूटर उद्योग व इंटरनैट ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और भारत इस क्षेत्र में एक विशेष स्थान व महत्त्व रखने लगा है। सॉफ्टवेयर क्षेत्र में तो हमारा देश आज बहुत आगे है तथा विश्व का जाना-माना देश है। भारत में कम्प्यूटर मैनपावर बहुत विशाल और गुणवत्ता में श्रेष्ठ श्रेणी का है। इसके विकास और दोहन की अनंत संभावनाएं हैं। कम्प्यूटर निर्माण, प्रशिक्षण, परिचालन आदि के यहां कई बड़े-बड़े संस्थान व कम्पनियां हैं। इन्होंने हमारे जीवन के हर क्षेत्र में क्रांति व नवजागरण ला दिया है।
वर्ल्ड वाइड वैब जिसे W 3 भी कहा जाता है, का विकास बीसवीं सदी के अंतिम दशक के प्रारंभिक वर्षों में हुआ। सबसे पहले इसका प्रयोग यूरोप में। न्यूक्लिअर रिसर्च के हितार्थ सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिये किया गया। अमेरिका में इसका प्रारम्भ 1885-86 में सुरक्षा विभाग तथा बैल लेब्स ने किया। वैब नैटवर्क के अन्तर्गत हजारों, लाखों कम्प्यूटर्स उपग्रहों तथा फाइबर तंतु केबलों द्वारा एक-दूसरे से जुड़े रहते हैं। इन में परस्पर सूचना, संदेश, तथ्यों, चलचित्रों आदि का पलक झपकते ही सरलता से आदान-प्रदान किया जा सकता है। इंटरनैट ने इन अनगिनत वैबसाइटों पर सर्किंग (भ्रमण) बहुत आसान कर दिया है।
अब कोई भी व्यक्ति कहीं भी अपने कम्प्यूटर व इंटरनेट के माध्यम से कहीं से भी सूचनाएं प्राप्त कर उनका उपयोग कर सकता है। एक अंतर्राष्ट्रीय सोसाइटी इन वैबसाइटों का प्रबंधन करती है और इंटरनेट प्रणाली के प्रचलन और संचालन का काम देखती है। वैबसाइट पर भ्रमण के लिए आपके पास एक अच्छे कम्प्यूटर के अतिरिक्त इंटरनेट कनेक्शन का होना आवश्यक है। इंटरनैट का कनैक्शन मॉडम व टेलीफोन लाइन के माध्यम से हो सकता है या फिर केबल द्वारा।
भारत में इंटरनैट का उपयोग बहुत तेज गति से बढ़ता जा रहा है। हमारे सरकार की ओर से इस ओर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इससे जुड़े विभिन्न संस्थानों, उपक्रमों, कम्प्यूटर उत्पादकों आदि को विशेष रियायतें व सुविधाएं दी जा रही हैं। परिणामत: इंटरनैट कम्पनियों ने बेहतर सुविधाएं देना प्रारंभ कर दिया और वह भी घटी दरों पर।
इंटरनैट पर दुनिया भर की सूचनाएं, तथ्य, जानकारियां और आंकड़े 24 घंटे उपलब्ध रहते हैं। माउस से एक क्लिक करके हम किसी भी सूचना को तुरन्त प्राप्त कर सकते हैं। मित्रों, सम्बन्धियों आदि को संदेश भेजना या उन से पाना भी अब एक बच्चों का खेल जैसा सरल और सहज हो गया है। इंटरनैट पर हम समाचार-पत्र, लेख, चुटकले आदि पढ़ सकते हैं, मौसम की अग्रिम जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। संसार के किसी भी रेडियो को इंटरनैट पर सुना जा सकता है।
मोबाइल कॉमर्स या एम-काम इन्टरनेट प्रौद्योगिकी का ही एक विकसित रूप है। इसके द्वारा मोबाइल या सैल्युलर फोनों का प्रचार-प्रसार बड़ी तीव्र गति से बढ़ रहा है। दिल्ली और मुंबई जैसे नगरों में तो अब हर चौथे-पांचवें व्यक्ति के पास सेल्युलर फोन है। इनके माध्यम से कारोबार करना, सूचनाओं का आदान-प्रदान करना या संदेश भेजना अब बहुत सरल हो गया है। इन उपकरणों का उपयोग वायरलैस एप्लिकेशन प्रोटोकॉल के द्वारा होता है। इंटरनेट से जुड़े रहने के कारण चलते-फिरते ही आप ई-मेल भेज सकते हैं तथा प्राप्त कर सकते हैं। शेयर बाजार के उतार-चढ़ीब, क्रिकेट मैच की ताजा जानकारी, बधाई संदेश, मौसम सम्बन्धी सूचनाएं आदि सभी सेल्युलर फोन पर अब उपलब्ध रहती हैं। अब आप अपने सेल्युलर फोन द्वारा कहीं भी भ्रमण करते हुए बैंक से लेन-देन कर सकते हैं और अपने खाते के बारे में सूचना प्राप्त कर सकते हैं या फिर कोई वस्तु बाजार से खरीद सकते हैं। इन फोनों के माध्यम से रेल या वायुयान में सीटों का आरक्षण भी पल भर में ही किया जा सकता है।
अब वह दिन दूर नहीं जब आप घर बैठे ही संसार के किसी भी स्टॉक एक्सचेंज पर विश्व की किसी भी कम्पनी के शेयर क्रय-विक्रय कर सकेंगे। सेल्युलर फोन अब बहुत लोकप्रिय हो रहे हैं तथा इनका उत्पादन बहुत बड़े स्तर पर हो रहा है। अत: इनकी कीमतें इतनी तेजी से गिर रही हैं कि कोई भी साधारण व्यक्ति, इसका उपयोग कर सकता है। सूचना प्रौद्योगिकी में यह क्रांति इंटरनैट से ही संभव हो सकी है। इंटरनैट हमारी चहुंमुखी उन्नति व विकास के लिए रामबाण सिद्ध हो रहा है।
लेकिन इंटरनैट और वैब सरफिंग (भ्रमण) का एक दूसरा पहलू भी है जो अत्यन्त दुखद है। इंटरनैट सम्बन्धी अपराधों की संख्या दिन दुगनी रात चौगुनी बढ़ रही है। मनचले तथा अनुशासनहीन व्यक्ति मनमाने ढंग से इंटरनैट का प्रयोग करते हुए दूसरे लोगों को अश्लील चित्र, संदेश आदि भेजने से नहीं चूकते। कुछ अपराधिक छवि के व्यक्ति बैंक खातों के कोड या पिन चुराकर बैंकों से रुपया निकाल लेते हैं।
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