National Symbols of India in Hindi भारत के राष्टीय प्रतीक
Read National Symbols of India in Hindi. भारत के राष्टीय प्रतीक। प्रत्येक स्वतन्त्र राष्ट्र द्वारा अपने कुछ चिन्ह निश्चित किए जाते हैं, जो उनकी पहचान एव गौरव के प्रतीक होते हैं । उन्हें राष्टीय प्रतीक कहा जाता है। जैसे राष्ट्रीय-ध्वज, राष्ट्रीय-गान, राष्ट्रीय-गीत एवं राष्ट्र-मुद्रा इत्यादि। भारत के 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली । उसके बाद संविधान द्वारा जो चिन्ह निश्चित किए गए वे इस प्रकार हैं।
National Symbols of India in Hindi
हमारे राष्ट्रीय प्रतीक रूपरेखा : राष्ट्रीय प्रतीकों का महत्त्व, पाँच राष्ट्रीय प्रतीक, राष्ट्रीय प्रतीकों का सांस्कृतिक-सामाजिक अर्थ, उपसंहार।
प्रत्येक स्वतंत्र राष्ट्र के कुछ राष्ट्रीय प्रतीक होते हैं। ये प्रतीक उस राष्ट्र की पहचान होते हैं और उसकी स्वतंत्रता का बोध कराते हैं। भारत एक स्वतंत्र राष्ट्र है जिसके कुछ राष्ट्रीय प्रतीक हैं। ये देश की स्वतंत्रता तथा सांस्कृतिक गरिमा के परिचायक हैं। राष्ट्रध्वज, राष्ट्रगान, राष्ट्रचिह्न, राष्ट्रीय पक्षी तथा राष्ट्रीय पशु पाँच ऐसे विशिष्ट प्रतीक हैं जिनके माध्यम से भारत के राष्ट्रीय स्वरूप की पहचान होती है। सभी भारतवासी इन राष्ट्रीय प्रतीकों के प्रति सम्मान और निष्ठा की भावना रखते हैं।
स्वाधीनता-प्राप्ति के बाद भारत ने तिरंगे झंडे को राष्ट्रध्वज के रूप में अपनाया। यह तिरंगा झंडा भारत के स्वाधीनता संग्राम में हमारे संघर्ष का प्रतीक था। इसी को थोड़े परिवर्तन के साथ स्वाधीन भारत का राष्ट्रध्वज स्वीकार कर लिया गया। इस झंडे में समान आकार की तीन पटियाँ है। झंडे की लबाई इसकी चौड़ाई से डेढ़ गुनी होती है। यह राष्ट्रध्वज हाथ की कती-बुनी खादी या रेशम से बना होता है।
राष्ट्रध्वज में केसरिया रंग त्याग, बलिदान और शौर्य का परिचायक है। ध्वज के बीच का सफ़ेद रंग शांति, सात्विकता और निर्मलता का द्योतक है। स्वाधीनता से पहले इस पट्टी के बीच में चरखा बना होता था। स्वाधीनता के बाद चरखे का स्थान चक्र को दिया गया है। इस चक्र में चौबीस अरे हैं। यह चक्र सारनाथ के अशोक-स्तंभ से लिया गया है। चक्र जीवन की गतिशीलता का प्रतीक है। नीचे की पट्टी का हरा रंग हमारे देश के धन-धान्य, धरती की उर्वरता और हरियाली का प्रतीक है।
राष्ट्रध्वज फहराने के लिए कुछ नियम निश्चित हैं। सरकारी भवनों पर प्रातःकाल से सायंकाल तक राष्ट्रध्वज फहरता है। सूर्यास्त के समय ध्वज उतार लिया जाता है। स्वतंत्रता दिवस (पंद्रह अगस्त) और गणतंत्र दिवस (छब्बीस जनवरी) आदि विशेष अवसरों पर आदर के साथ देश का प्रत्येक नागरिक अपने भवन पर राष्ट्रध्वज फहरा सकता है। ध्वज फहराते समय सावधान की मुद्रा में खड़े रहना होता है। ध्वज का अपमान करना अपराध है। ध्वज के वस्त्र का और किसी काम में प्रयोग नहीं किया जा सकता। राष्ट्रीय शोक के समय राष्ट्रध्वज आधा झुका दिया जाता है।
कविवर रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा रचित ‘जन-गण-मन’ गीत हमारा राष्ट्रगान है। सभी मुख्य समारोहों में राष्ट्रगान गाया जाता है। जब राष्ट्रगान गाया जाता है तब सब लोग सावधान की मुद्रा में खड़े होते हैं। राष्ट्रगान सामूहिक रूप से गाया जाता है। बंकिमचंद्र चटर्जी द्वारा लिखित ‘वंदे मातरम्’ गीत को राष्ट्रगीत का स्थान प्राप्त है।
भारत का राष्ट्रचिन सारनाथ के अशोक-स्तंभ से लिया गया है। इसमें चार सिंह हैं, किंतु चित्र में तीन ही सिंह दिखाई देते हैं। सिंहों के नीचे घोड़े और बैल के चित्र बने हैं। इन दो चित्रों के बीच में चक्र है। इसके नीचे ‘सत्यमेव जयते’ लिखा रहता है। इसका अर्थ है ‘सत्य की ही विजय होती है।’
राष्ट्रचिन के संबंध में यह बात ध्यान देने योग्य है कि इसका प्रयोग केवल सरकारी कार्यों के लिए ही हो सकता है। भारत सरकार के कागज़पत्रों में इसी मूर्ति का चित्र छपा रहता है। सरकार अपने कामकाज में इसका प्रयोग करती है।
मोर हमारा राष्ट्रीय पक्षी है और बाघ हमारा राष्ट्रीय पशु। राष्ट्रीय पशु होने के कारण बाघ का वन्य जंतुओं में विशिष्ट स्थान होता है। इसे मारना अपराध है।
हमारे राष्ट्रीय प्रतीक हमारी सांस्कृतिक अस्मिता की व्यापक पहचान से जुड़े हैं। ये सभी देश की गौरवमयी परंपराओं एवं जीवन-मूल्यों को उजागर करते हैं।
राष्ट्रीय ध्वज – तिरंगा – National Flag of India (National Symbols of India in Hindi)
राष्ट्रीय ध्वज हमारे राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है । इसे स्वतन्त्रता दिवस, गणतंत्र दिवस और अन्य राष्ट्रीय पर्वो पर फहराया जाता है । 15 अगस्त 1947 को इसे सर्वप्रथम 31 तोपों की सलामी के साथ फहराया गया था । 26 जनवरी 2002 से सरकार द्वारा आम नागरिकों को भी राष्ट्रीय-ध्वज़ फहराने की अनुमति प्रदान की गई है । इसे सभी राष्टीय पर्वो पर फहराया जता है । जब भी राष्ट्रीय- ध्वज फहराया जाये तब हमे सम्मान देते के लिए सावधान खड़े होना चाहिए ।
बनावट : हमारे देश के ध्वज (झण्डे) का नाम है – तिरंगा। इसमें तीन रंग की बराबर अनुपात की पट्टिया है ।
पहली पट्टी केसरी रंग की है जो वीरता एवं त्याग की सूचक है । दूसरी पट्टी सफ़ेद रंग की है जो शांति और सत्य की प्रतीक है । सफ़ेद पट्टी के मध्य एक नीले रंग का चक्र शांति – प्रिय सम्राट अशोक के धर्म – चक्र से लिया गया है । इस चक्र में 24 चौबीस तीलिया है जो पहिए के समान सदैव गतिशील एव विकास की ओर अग्रसर होने की प्रेरणा देती है । तीसरी पट्टी हरे रंग की है जो खेतों की हरियाली एवं खुशहाली की प्रतीक है ।
राष्ट्रीय गान – National Anthem of India (National Symbols of India in Hindi)
इसकी रचना भारत के प्रसिद्ध विद्वान एव कवि श्री रवीन्द्र नाथ टैगोर ने दिसम्बर 1911 में की थी । संविधान लागू होने से पहले 24 जनवरी 1950 को इसे राष्ट्र-गान के रूप में स्वीकार किया गया । हमे इसे गाते समय सम्मान व गर्व से सावधान की मुद्रा में खडे होना चाहिए ।
जन गण मन अधिनायक जय हे
भारत भाग्य विधाता
पंजाब सिन्ध गुजरात मराठा
द्राविड़ उत्कल बंग
विन्ध्य हिमाचल यमुना गंगा
उच्छल जलधि तरंग
तव शुभ नामे जागे
तव शुभ आशिष मागे
गाहे तव जय गाथा
जन गण मंगल दायक जय हे
भारत भाग्य विधाता
जय हे, जय हे, जय हे
जय जय जय जय हे
राष्ट्रीय वृक्ष – National Tree of India (National Symbols of India in Hindi)
हमारा राष्टीय वृक्ष बरगद का पेड़ है । इस वृक्ष की टहनियाँ अपने तने से लिपटकर उसे और मज़बूत कर देती है । बरगद की जडों की तरह हमें अपनी संस्कृति और विरासत से जुडे रहने का संदेश मिलता है ।
राष्ट्रीय गीत – National Song of India (National Symbols of India in Hindi)
भारत का राष्ट्रीय गीत ” वन्दे मातरम ” है । इस की रचना श्री बंकिमचंद्र चटटोपाध्याय ने संन 1874 में की थी । इसे पहली बार 1896 में भारतीय कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में गया गया था ।
वन्दे मातरम्
सुजलां सुफलाम्मलयज शीतलाम्
शस्य शामलाम्मातरम्
शुभ्र ज्योत्स्ना पुलकित यामिनीम्
फुल्ल कुसुमित द्रुमदल शोभिनीम्
सुहासिनीं सुमधुर भाषिणीम्
सुखदां वरदां मातरम्
वन्दे मातरम् ..
राष्ट्रीय फल – National Fruit of India (National Symbols of India in Hindi)
हमारा राष्ट्रीय फल आम है । यह स्वाद और मिठास का प्रतीक है । यह विटामिन ए, सी और डी का स्रोत है और भारत में इसकी 100 से अधिक किस्मे है ।
राष्ट्रीय पुष्प – National Flower of India (National Symbols of India in Hindi)
हमारा राष्ट्रीय पुष्प कमल है, जो पवितरता एव निर्मलता का प्रतीक है । ये कीचड़ में पैदा होकर भी कीचड़ से निर्लेप रहता है ।
राष्ट्रीय खेल – National Sport of India (National Symbols of India in Hindi)
हॉकी हमारा राष्ट्रीय खेल है क्योकि हॉकी का खेल 1928 से 1956 तक के स्वर्ण काल में इसने भारत को छह ओलिंपिक स्वर्ण पदक दिलाये है और विश्व में भारत का सिर ऊँचा किया था ।
राष्ट्रीय मुद्रा – National Currency of India (National Symbols of India in Hindi)
15 जुलाई 2010 हमारी राष्ट्रीय मुद्रा को आधिकारिक रूप में मान्य किया गया है । आई.आई.टी, गुवाहाटी के प्रोफेसर डी. उदय कुमार ने इसको तैयार किया है । इस डिज़ाइन की खास बात यह है कि इसमें देवनागरी लिपि के र और रोमन लिपि के आर ( R बिना डंडे के ) दोनों की शवि मिलती है । भारत की राष्ट्रीय मुद्रा अब पाँचवी ऐसी मुद्रा बन गयी है जिसे उसके चिन्ह से पहचाना जाएगा । हमारा यह चिन्ह भारतीयता और अंतराष्ट्रीय का अदभुत संगम है ।
राष्ट्र पिता – Father of Nation (National Symbols of India in Hindi)
महात्मा गाँधी ने भारत की जनता के अपना काम स्वयं करने तथा विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार करने की राह दिखाई । सत्याग्रह और असहयोग जैसे आन्दोलन चलाकर अंग्रेजी शासन की नींव उखाड़ दी । नये स्वतन्त्र भारत का निर्माण किया । इसलिए हम उन्हें राष्ट्र पिता और बापू कहते हैं । उनके द्वारा स्वतन्त्रता-संग्राम में दिए योगदान के लिए भारत सदैव उनका ऋणी रहेगा । इसलिए बापू के जनम दिन 2 अक्तूबर के गाँधी जयन्ती (राष्टीय पर्व) के रूप में मनाया जाता है ।
राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तम्भ – National Emblem of India (National Symbols of India in Hindi)
राष्ट्रीय चिहन अशोक स्तम्भ जिसके शीर्ष पर चार सिंह बने हैं । आगे तीन सिंह ही दिखाई देते हैं । चौथा सिंह इनकी ओट में है । जो कि शक्ति, साहस एवं आत्मविश्वास के सूचक हैं । इनके ठीक नीचे सम्राट अशोक का वहीं धर्म-चक्र है जो तिरंगे में भी है । चक्र के साथ चारों दिशाओं के संरक्षक के रूप में पूर्व दिशा में हाथी, पश्चिम दिशा में बैल, उत्तर दिशा में सिंह और दक्षिण दिशा में सरपट दौड़ता घोडा चिन्हित है । इन्हीं के बीच एक कमल का फूल बना है । इसके नीचे ‘सत्यमेव जयते’, आदर्श वाक्य लिखा है। जिसका अर्थ है – सत्य की हमेशा जीत होती है ।
राष्ट्रीय चिहन भारत सरकार की आधिकारिक लेटरहैड का भाग है । यह राष्ट्रपति व राज्यपाल की सरकारी मोहर है । यह सभी भारतीय मुद्राओं पर अंकित होता है । यह भारत गणराज्य के पासपोर्ट, पहचान पत्र आदि पर भी शप्ता है ।
राष्ट्रीय पक्षी – National Bird of India (National Symbols of India in Hindi)
मोर हमारा राष्ट्रीय पक्षी है जो अपनी पवितरता तथा सुंदरता के लिए देश – विदेश में प्रसिद्ध है ।
राष्ट्रीय नदी – National River of India (National Symbols of India in Hindi)
हमारी राष्ट्रीय नदी गंगा है, जो हिन्दुओं की सबसे पवित्तर एव धार्मिक नदी है । इसकी उपासना माँ और देवी के रूप में की जाती है । इसकी गहराई 100 फुट से अधिक है । विदेशी साहित्य में भी गंगा नदी की प्रशंसा की गयी है । गंगा नदी के तट पर ऋषिकेश, हरिद्वार, वाराणसी अदि तीर्थस्थ्ल बसे हुए है ।
यह सभी राष्ट्रीय प्रतीक हमारी आज़ादी, हमारे आतम – सम्मान, हमारे स्वाभिमान, एकता और अखंडता के प्रतीक है । इसकी रक्षा हमारा परम कर्त्तव्य है ।
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