Ramayana Summary By Chapter – भ्रमपुरी का नज़ारा (ब्रम्हाजी और नारदमुनिजी)
|सीन नंबर ३ – Scene Number ३ भ्रमपुरी का नज़ारा पात्र : ब्रम्हाजी और नारदमुनिजी
Ramayana Summary By Chapter – भ्रमपुरी का नज़ारा (ब्रम्हाजी और नारदमुनिजी)
नारद : पिता जी प्रणाम स्वीकार करो. ब्रम्हा : चिरन्जीव रहो बेटा, बेटा नारद कैसे आना हुआ. नारद : पिता जी, आज में बहुत खुश हु. पिता जी आज मेने कामदेव को जीत लिया हे. पिता जी आज में गर्व महसूस कर रहा हु. ब्रम्हा : पुत्र नारद, आज में तेरे से बहुत प्रसन्न हु, ये काम तुम्हारे जैसा ही कर सकता हे. पर देखना बेटा, ये बात श्री विष्णु भगवन जी से मत कहना. नारद : वाह पिता जी, वाह अपने खूब कही, किऊ न कहु, में क्या झूठ बोलता हु. में तो अभी उनके पास जा रहा हु और उन से जरूर कहूंगा वाह पिता जी वाह.ड्राप
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